दिनांक: 10 नवम्बर 2025
स्थान: सरोजिनी नायडू गर्ल्स कॉलेज, भोपाल
समय: प्रातः 11:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक
सेमिनार का उद्देश्य:
आज के बदलते समय में बच्चों और युवाओं को धर्म की वास्तविक परिभाषा, नैतिकता, और मानवीय मूल्यों से परिचित कराना।
उन्हें यह समझाना कि धर्म केवल पूजा-पाठ नहीं, बल्कि कर्तव्य, अनुशासन और करुणा का मार्ग है।
साथ ही, यह दिखाना कि बच्चे समाज सेवा, संस्कार और मानवीय कार्यों के माध्यम से धर्म से कैसे जुड़ सकते हैं।
मुख्य विषय:
- धर्म की सच्ची परिभाषा क्या है?
- धर्म और कर्म — जीवन में संतुलन
- बच्चों में संस्कार और आचरण की भूमिका
- समाज सेवा के माध्यम से धर्म से जुड़ाव
- गुरुकुल पद्धति और आध्यात्मिक शिक्षा की महत्ता






